नए साल का जश्न बिना मांसाहार-शराब के क्यों नहीं?गरिमापूर्ण तरीके से नए साल का स्वागत किया जाना चाहिए। मांसाहार बेचनेवाली कंपनियों, होटलों, शराब के व्यापारियों के अभियान में शामिल मत होइए। बिना मांसाहार और शराबनोशीं के नए साल का स्वागत कीजिये। कुछ व्यवसाय क्षेत्र चाहते हैं कि नए साल के जश्न के उनका धंधा चमके। माहौल ही ऐसा बना दिया जाता है मानो आपने 31 दिसंबर की रात शराब नहीं पी और मांस, मछली, चिकन नहीं खाया तो आप पिछड़े या कमतर क्षेत्र के हैं। शराब का नए साल के स्वागत से क्या मतलब? नया साल अगर आपके लिए नया साल है तो सभी प्राणियों के लिए भी तो नया साल है। नए साल के जश्न को गरिमापूर्ण तरीके से मनाया जाना चाहिए। बजाय मांसाहार और शराब के सेवन के, आप प्रकृति के करीब जाकर, पूजा और ध्यान में मन लगाकर भी आप नए साल का स्वागत ज़यादा शालीनता के साथ कर सकते हैं। अगर आप मांसाहारी हैं तो सकल्प लें कि नए साल से आप मांसाहार को पूरी तरह से क्योंकि न तो यह सेहत के लिए अच्छा है और न ही प्रकृति के लिए। मांसाहार को छोड़ने का सीधा मतलब यह होगा कि नए साल में आपकी सेहत ज्यादा रहेगी, आपको डॉक्टर के पास नहीं जाना पड़ेगा और आप ज्यादा खुशहाल रहेंगे। न केवल आप खुद इस सकल्प को करें, बल्कि अपने परिवार के लोगों, मित्रों और परिचितों को भी ऐसा ही कुछ करने के लिए करें।