
ब्रिटेन जैसे देश में भोजन की संस्कृति नब्बे के दशक की शुरुआत में हंसी-खुशी से बदल गई। इसके साथ ही मेरे एक शाकाहारी मित्र को तंदूरी मछली से इनकार के बाद उबली हुई पत्ता गोभी खाने की मजबूरी के दूसरे अच्छे विकल्प मिलने लगे। और अब तो चॉप और स्टीक के लिए मशहूर रेस्तरां भी शाकाहारी विकल्प देने लगे हैं। किसी भी सुपर मार्केट में आपको कई तरह के शाकाहारी व्यंजन मिल जाते हैं। मैं जब 20 वर्ष की थी, तभी शाकाहारी बन गई थी, इसलिए नहीं कि मैं भारतीय हूं, बल्कि इसलिए कि मेरा एक ऐसे अमेरिकी से संबंध बना, जो…





